शुक्रवार, 25 दिसंबर 2009

चम चम चमके चुन्दडी / राजस्थानी लोकगीत

चम चम चमके चुन्दडी बिण्जारा रे

कोई थोडो सो म्हारे सामे झांक रे बिण्जारा रे

चम चम चमके चुन्दडी बिण्जारा रे

चम चम चमके चुन्दडी बिण्जारा रे

कोई थोडो सो म्हारे सामे झांक रे बिण्जारा रे

कोई थोडो सो म्हारे सामे झांक रे बिण्जारा रे


म्हारी तो रंग दे चुन्दडी बिण्जारा रे

म्हारे साहेबा रो , म्हारे पिवजी रो , म्हारा साहेबा रो रंगदे रूमाल रे बिण्जारा रे

म्हारा साहेबा रो रंगदे रूमाल रे बिण्जारा रे

चम चम चमके चुन्दडी बिण्जारा रे

कोई थोडो सो म्हारे सामे झांक रे बिण्जारा रे

कोई थोडो सो म्हारे सामे झांक रे बिण्जारा रे


जोधाणा सरीखा पैर मैं बिण्जारा रे

कोई सोनो तो घड़े रे सुनार रे बिण्जारा रे

कोई सोनो तो घड़े रे सुनार रे बिण्जारा रे

चम चम चमके चुन्दडी बिण्जारा रे

कोई थोडो सो म्हारे सामे झांक रे बिण्जारा रे

कोई थोडो सो म्हारे सामे झांक रे बिण्जारा रे


पायल घड़ दे बाजणी बिण्जारा रे

म्हारी नथली पळ्कादार रे बिण्जारा रे

म्हारी नथली पळ्कादार रे बिण्जारा रे

चम चम चमके चुन्दडी बिण्जारा रे

कोई थोडो सो म्हारे सामे झांक रे बिण्जारा रे

कोई थोडो सो म्हारे सामे झांक रे बिण्जारा रे

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